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Bihar Board Class 10th Sanskrit Solutions Chapter 3 आलसकथा |
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पाठ – 3 आलसकथा
1. आलस कथा का सारांश लिखे ?
उत्तर – आलस कथा विधापति द्वारा रचित एक रोचक खानी है,, इसमें कवि विधापति ने मिथिला राज्य का वर्णन किया है,, मिथिला के महा मंत्री वीरेश्वर नाथ जी थे,, वे अनाथो , गरीबो , आलसियों आदि को भोजन , वस्त्र और दान स्वरूप राशि प्रदान करते थे,, यह क्रिया नित्य होती थी,, अचानक राज – दरबार में काफी भीड़ होने लगा, आलसियों के साथ हष्ट – पुष्ट और स्वस्थ लोग भी आने लगे जिसके कारण राज कोष से अधिक धन – राशि कर्च होने लगी, उसी समय राज दरबार में मंत्री के साथ – साथ कुछ विद्वान उपस्थित थे, विद्वानों ने वीरेश्वर जी को यह सलाह दिया की आलसियों की परीक्षा ली जाए,, परीक्षा के लिए भवन चयन किया गया,, जहाँ पर लोग भोजन के लिए उपस्थित होते थे, घर में आग लगा दी गई, सारे धूर्त भाग गए,, मात्र चार ही व्यक्ति बच गए ,, जो अभी भी आग लगने के बाद भी सो रहे थे,, एक ने कम्बल हटाते हुए कहा,, आरे यह कैसा हल्ला हो रहा है,, दुसरे ने कहा जिस घर में हम सोये हुए है है,, उस घर में आग लगी है,, तीसरे ने कहाँ कोई धर्मिक व्यक्ति नहीं है क्या जो आकर आग बुझा दे,, चौथे ने कहाँ ये वाचाल कितना बोलता है,, चल सो जा, कोई न कोई आकर जरुर निकालेगा, यह दृश्य एक सज्जन देख रहे थे,, सज्जन को लगा की ये चारो मर जाएंगे ,, इसलिए सज्जन व्यक्ति ने चारो का बाल पकड़कर घसीटते हुए बाहर निकाला और मंत्री से कहा की आलसी दान के हकदार यही चारो है,, इसलिए चारो को काफी धन देकर विदा किया जाए,, इस तरह इन चारो को धन देकर विदा किया गया |
2. आलस कथा का क्या संदेश है,, आथवा आलस कथा पाठ में किस पर चर्चा की गई है ?
उत्तर – आलस कथा का संदेश यह है,, की आलस एक महान रोग है,, जीवन में विकास के लिए व्यक्ति को कर्मठ होना आवश्यक है,, आलस शरीर में रहने वाला महान शत्रु है,, जिससे अपने परिवार का और समाज का विनाश अवश्य ही होता है |
3. आलस कथा पाठ का पांच वाक्यों में परिचय दे ?
उत्तर – यह पाठ विधापति द्वारा रचित पुरुष परीक्षा नामक कथा ग्रन्थ से लिया गया है,, इस कथा को कवी विधापति ने मैथिलि तथा संस्कृत भाषाओं में रचना की थी, पुरुष परीक्षा में धर्म, अर्थ काम आदि विषयों से संवृद्ध अनेक मनोरंजक कथाएँ दी गई है,, आलस कथा में आलस के निवारण की प्रेरणा दी गई है,, इस पाठ से संसार की विचित्र गतिविधि का भी परिचय मिलता है |
4. आलस कथा से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर – आलस कथा पाठ से हमें यह शिक्षा मिलती है की आलस मानव का सबसे बड़ा दोष है,, तथा इससे बड़ा कोई कोई शत्रु नहीं है,, आलसी व्यक्ति जीवन में कुछ नहीं कर सकता है,, इसके विपरीत उधम मानव का सर्वश्रेष्ट मित्र है,, इसके द्वारा मानव सबकुछ प्राप्त कर सकता है |
5. चारो आलसी पुरुष आग से किस प्रकार बचना चाहते थे ?
उत्तर – चारो आलसी पुरुष आग लगने पर भी घर से नहीं भागे | वे शोरगुल सुनकर जान गए थे,, की घर में आग लगी हुई है,, वे चाहते थे की कोई धार्मिक एवं दयालु व्यक्ति आकर आग पर जल वस्त्र या कम्बल डाल दे,, जिससे आग बुझ जाए और हमलोग बच जाए |
6. आलसकथा पाठ के आधार पर बताइए की आलसी पुरुषो को किसने और क्यों निकाला ?
उत्तर – आलसी पुरुष जब आग में जलने लगे तो प्रबन्धन के सदस्यों में से एक सज्जन व्यक्ति ने उन्हें आग से निकाला,, उन्होंने देखा की प्रचंड आग से घर जल रहा है,, किन्तु यह चार आलसी भागने का कोई प्रयास नहीं कर रहे है,, तो ऐसा लगा की अब यह लोग जल जायेंगे,, अतः उन्हें जलने से बचाने के लिए वे आलसियों को बाहर निकाले |