Bihar board 10th Non-hindi objective and subjective question/non hindi class 10 pdf download/CLASS 10TH NON HINDI Objective/Non Hindi ( अहिंदी) Class 10th VVI Objective Question Answer/Non Hindi Class 10 2021 - 4. बालगोबिन भगत
Bihar Board Class 10 Non-Hindi Chapter 4 बालगोबिन भगत Subjective
पाठ - 4
शीर्षक - बालगोबिन भगत
लेखक - राम वृक्ष बेनीपुरी
1. बालगोबिन भगत गृहस्थ थे, फिर भी उन्हें साधु क्यों कहा जाता है ?
उत्तर - बालगोबिन भगत गृहस्थ थे,, फिर भी उन्हें साधु इस लिए कहा जाता था,, क्योंकि उनका आचरण शुद्ध साधु जैसा था,, परिवार होते हुए भी वह साधु की सब परिभाषाओ में उतरने वाले व्यक्ति थे,, जैसे कबीर को साहब मानते थे,, और उन्ही के गीतो को गाते थे,, कभी भी झूठ नही बोलते थे,, तथा सभी से खरा व्यवहार रखते थे,, उनका आचरण शुद्ध साधु जैसा था,, इस लिए बालगोबिन भगत को साधु कहा जाता है |
2. भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएं किस तरह व्यक्त की ?
उत्तर - भगत अपने बेटे की मृत्यु होने पर उसके सव के पास बैठकर कबीर के भक्ति गीत गाने लगे,, शव के निकट एक चिराग जलाकर रख दिया,,बहु को रोने पर वह दाटते हुए कहते है, की यह रोने का समय नहीं है,, यह उत्सव मनाने का समय है,, क्योंकि आत्मा परमात्मा के पास चली गई,, अतः भगत के कहने का उद्देश्य यह था,, की आत्मा परमात्मा का रूप होता है,, मृत्यु के बाद आत्मा परमात्मा से मिल जाता है,, इस प्रकार भगत ने शरीर को ना स्वर और आत्मा को अमर का भाव व्यक्त किया गया है |
3. पुत्रवधु द्वारा पुत्र की मुखाग्नि दिलवाना भगत के व्यक्तित्व की किस विशेषता को दर्शाता है ?
उत्तर - पुत्र वधु द्वारा पुत्र की मुखाग्नि दिलवाना यह सिद्ध करता है,, की बालगोबीन भगत रूढ़िवादी विचारो के कटर विरोधी थे,, वह उन प्रचलित सामाजिक परम्पराओ के विरोधी थे,, जो विवेक के कसौटी पर खरी नहीं उतरती है,, यही कारण है,, की पुत्र की मृत्यु होने पर मुखाग्नि अपनी बहु से दिलवाया था,, तथा हिन्दू धर्म के मान्यता के अनुसार मृत शरीर की मुखागिन कोई पुरुष ही दे सकता है,, अतः इससे स्पष्ट होता है,, की भगत दिखावटी परंपराओं का विरोध करते थे,, बालगोबिन भगत के इस आचरण से स्पष्ट होता है,, की वह बहुत अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे |
4. निम्न अनुच्छेद के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?
क. बालगोबिन भगत ने अपने पतोह से अपने बेटे को आग क्यों दिलवाई
उत्तर - बालगोबिन भगत ने पतोह से बेटे की आग इसलिए दिलवाई क्योंकि वे दिखावटी परंपराओं का विरोध करते थे,, वे उन प्रचलित सामाजिक परम्पराओं के विरोधी थे,, जो विवेक की कसौटी पर खरी नहीं उतरती है |
ख. पतोह बालगोबिन भगत को छोड़कर जाना क्यों नही चाहती थी ?
उत्तर - पतोह बालगोबिन भगत को इसलिए छोड़कर नहीं जाना चाहती थी,, की मैं चली जाऊंगी तो बुढ़ापे के समय आपको चुल्लू भर पानी कौन देगा |
ग. पतोह के रोने पर भगत का निर्णय क्यों नही बदला ?
उत्तर - क्योंकि भगत का निर्णय अटल था,, वह चाहते थे,, की वह अपने घर जाएगी तो वह सुखी रह सकेगी, और उसकी दूसरी शादी हो जायेगी |
घ. बालगोबिन भगत की आखरी दलील क्या थी ?
उत्तर - बालगोबिन भगत की आखरी दलील यह था,, की तू जा नही तो मैं घर छोड़कर चला जाऊंगा |
ड. चुल्लू भर पानी का अर्थ बताइए ?
उत्तर - चुल्लू भर पानी यानी थोड़ा सा पानी |