Bihar Board Class 10 Non-Hindi Solutions Chapter 7 ठेस/ठेस' कहानी का सारांश pdf/ठेस कहानी का प्रश्न उत्तर class 10/10th class Non-Hindi notes ठेस
Bihar Board Class 10 Non Hindi Solution Chapter 7 ठेस
पाठ – 7
लेखक – कनिश्वर नाथ टेणु
शीर्षक – ठेस
1. गाँव के किसान सिरचन को क्या समझते थे ?
उत्तर – गाँव के किसान सिरचन को कामचोर समझते थे,, खेती बारी के समय लोग सिरचन की गिनती नहीं करते उसको बेकार ही नहीं बेगार समझते थे,, इसलिए खेत खलियान के मजदूरी के लिए सिरचन को कोई बुलाने नहीं जाता था,, वह काम बहुत धीरे – धीरे करता था,, वह बहुत ही आलसी व्यक्ति था,, वह रास्ते में पैर तौल कर रखता था,, इसलिए लोग सिरचन को कामचोर एवं मुक्तखोर मानते थे |
2. इस कहानी में आए हुए विभिन्न पात्रो के नाम लिखे ?
उत्तर – इस कहानी में आए हुए प्रमुख पात्र सिरचन है,, सिरचन के इलावा कुछ अतिरिक्त पात्र है,, जो इस प्रकार से है – जैसे मानु पंचानंद चौधरी के बेटे माँ बबुनी मझली बहु चाची आदि |
3. सिरचन को पान का बीड़ा किसने दिया था ?
उत्तर – सिरचन को पान का बीड़ा मानु ने डिया था,, मानु पान सजाकर बाहर बैठकर खाने में भेज रही थी,, सिरचन उसी के ससुराल के लिए चिक शीतल पाटी आदि बना रहा था,, इस लिए मानु ने सिरचन को खुश करने के लिए पान का बीड़ा दिया |
4. आपके विचार से सिरचन का महत्व कम क्यों हो गया ?
उत्तर – सिरचन धीरे – धीरे काफी काम चोर हो गया, और वह काम पर ध्यान कम बातो पर ज्यादा ध्यान देता था,, थोड़ी थोड़ी बातो में वह गुस्सा हो जाता था,, इसलिए सिरचन का महत्व कम हो गया |
5. सिरचन चिक और शीतल पाटी स्टेशन पर ले जाकर मानु को देता है,, इससे उसकी किस विशेषता का पता चलता है ?
उत्तर - .हमारी दृष्टि से सिरचन द्वारा चिक और शीतल पाटी स्टेशन पर देना सर्वोतम उचा था,, मानु बेटी थी बेटी के लिए सारा समाज अपनी भाई बंधू आथवा परिवार जैसा होता है,, मानु बिना चिक तथा शीतल पाटी के ससुराल जाति तो उसे अपमानित होना पड़ता और गाँव में हसाई होती | सिरचन भी उसी समाज का इकाई था,, दूसरी बात अपमान छोटी चाची ने किया था,, मानु ने नहीं | निर्दोष मानु को दुखी करना सिरचन उचित नहीं समझता था,, इसलिए सारा समान लाद कर उन्होंने स्टेशन पर पहुंचा दिया,, इससे स्पष्ट होता है,, की वह भी दुसरो के बेटियों को भी अपनी बेटी समझता था |
6. अपने काम को ज्यादा तरजीह देता था,, उल्लेख कीजिए ?
उत्तर – कूचियो को रंगने तथा सुटली सुलझाने के क्रम में काम करने समय में उसकी काम में जरा सी बाधा पड़ी तो गेंहूअन साफ़ की तरह कुफ़ कारने लगता इसी प्रकार दुसरे दिन चिक बनाने के क्रम में वह अपने काम में मग्न था,, काम में मग्न रहने पर उसे खाने पिने का भी सुध नहीं रहता था,, वह अपने काम से ग्राहक का दिल जितने का प्रयास रखता था, इस बातो से स्पष्ट होता है,, की सिरचन अपने काम को ज्यादा तरजीह देता था |
7. इस कहानी में कौन सा पात्र आपको सबसे अच्छा लगा और क्यों ?
उत्तर – इस कहानी में हमें सबसे अच्छा पात्र सिरचन लगा क्योकि वह कुशल कलाकार के साथ – साथ संबेदन शील व्यक्ति था,, वह जिस काम को करता था,, वह प्रेम से करता था, सीके काम की चर्चा दूर – दूर तक फैली थी | इसलिए इस कहानी का पात्र हमें सिरचन सबसे अच्छा लगता है |