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Class-10 Geography Subjective -10 (खनिज एवं ऊर्जा संसाधन) | 10th class Geography
Bihar Board Class 10 Geography खनिज एवं ऊर्जा संसाधन,
खनिज एवं ऊर्जा संसाधन
1.अभ्रक
कहां मिलता है इसका क्या उपयोग है
उतर---- अभ्रक बिहार में नवादा जमुई और बांका में पाया जाता है
अभ्रक का उपयोग मुख्य रूप से रंगोली तथा इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के निर्माण में किया
जाता है जिसका बिहार में कुल अनुमानित भंडार 60.35 हजार टन है
2.बिहार में ग्रेफाइट एवं यूरेनियम के वितरण को लिखें
उतर---- बिहार में ग्रेफाइट एवं यूरेनियम के स्थिति
अच्छी नहीं है बिहार के 38 जिलों में मुंगेर रोहतास मात्र दो ही है ऐसे जिले हैं जहां
अल्प मात्रा में ग्रेफाइट और यूरेनियम पाया जाता है इसकी
स्थिति
काफी खराब होने के कारण बिहार के पास अनुमानित भंडार का कोई आकड़ा मौजूद नहीं है
स्थिति काफी खराब होने के कारण बिहार के पास अनुमानित भंडार का कोई आकड़ा मौजूद नहीं है
3.बिहार में तापीय विद्युत केंद्रों का उल्लेख
करें
उत्तर
--- बिहार में तापीय विद्युत केंद्र की अस्थापना राष्ट्रीय तापीय विद्युत
प्राधिकरण के द्वारा तीन इकाई के रूप में की गई है
(i) कहलगांव कहलगांव थर्मल पावर
की उत्पादन क्षमता 840 मेगावाट है
4.बरौनी
बरौनी थर्मल पावर की उत्पादन क्षमता 145
मेगावाट है जबकि कांटी थर्मल पावर की उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है
5.बिहार में जल विधुत विकास पर प्रकाश डालें
उतर---- बिहार में
जलविद्युत के विकास की अपार संभावनाएं है क्योंकि बिहार में नदियों और नहरों का
जाल बिछा हुआ है अधिकांश नदिया हिमालय से निकलने के कारण सदा वाहिनी है जिनमें जल
पर्याप्त रूप से पाया जाता है इन नदियों के ऊपर बांध का निर्माण कर जल विद्युत का
उत्पादन किया जा रहा है
6.बिहार में पाए जाने वाले खनिजों को वर्गीकृत कर किसी एक
वर्ग के खनिज का वितरण एवं उपयोगिता को लिखे
उतर---- बिहार में पाए
जाने वाले खनिज के दो भागों में वर्गीकृत किया गया है जो इस प्रकार से है
(क) धात्विक
खनिज आधात्विक खनिज
इन दोनों खनिजो में
से धात्विक खनिज का वितरण एवं उपयोगिता का वर्णन इस प्रकार से है बिहार में
धात्विक खनिज के रूप में बॉक्साइट मेगा नाइट और सोना अयस्क तीन ही पाए जाते हैं
(ख) बॉक्साइट बिहार में बॉक्साइट की कुल अनुमानित भंडार 1.45 मेट्रिक टन है यह गाया जमुई और बांका जिले में पाया जाता है
(ग) मैग्नाटाईट यह एक पत्थर का रूप है जिसका बिहार में कुल अनुमानित भंडार 8.39 हजार मैट्रिक टन है जो बिहार के पहाड़ी क्षेत्र से प्राप्त किया जाता है
(घ) सोना अयस्क बिहार में सोना अयस्क की स्थिति काफी दयनीय
है बिहार में सोना का कोई खान नहीं है बल्कि नदियों से बालू निकलते समय 1 टन बालू
के साथ 0.1 ग्राम से 0.6 ग्राम तक सोना मिलने की उम्मीद रहती है इस आधार
पर बिहार में सोना का अनुमानित भंडार 128.88
मैट्रिक टन है
7.बिहार के प्रमुख ऊर्जा स्रोतों का वर्णन कीजिए और किसी एक
स्रोत का विस्तार से चर्चा करें
उतर---- बिहार में ऊर्जा
के स्रोत के रूप में पारंपरिक ऊर्जा तथा गैर पारंपरिक ऊर्जा दोनों थोड़े थोड़े
बहुत मात्रा में पाए जाते हैं पारंपरिक ऊर्जा के रूप में तीन तापीय विद्युत केंद्रों
की स्थापना की गई है केंद्र सरकार द्वारा कहलगांव काटी तथा बरौनी में तापीय विद्युत केंद्र स्थापित
किया गया है जिससे 18000 मेगावाट विधुत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है
गैर
पारम्पारिक उर्जा के स्रोत के रूप में बिहार के अंदर सौर ऊर्जा और बायोगैस की
स्थिति अच्छी दिखाई देती है क्योकि बिहार में लगभग एक वर्ष में 9 महीने सूर्य की
किरन पर्याप्त मात्रा में पायी जाती है तो दूसरी तरफ बिहार पशुधन से भरा हुआ राज्य
है इन दोनों का उपयोग कर सौर ऊर्जा और बायोगैस का उत्पादन किया जा सकता है
गैर पारम्पारिक उर्जा के स्रोत के रूप में बिहार के अंदर सौर ऊर्जा और बायोगैस की स्थिति अच्छी दिखाई देती है क्योकि बिहार में लगभग एक वर्ष में 9 महीने सूर्य की किरन पर्याप्त मात्रा में पायी जाती है तो दूसरी तरफ बिहार पशुधन से भरा हुआ राज्य है इन दोनों का उपयोग कर सौर ऊर्जा और बायोगैस का उत्पादन किया जा सकता है
8.नई
औद्योगिक नीति के मुख्य बिंदुओं का वर्णन करें कीजिए
उतर---- नई औधोगिक निति 2006 के आने से वर्त्तमान राज्य सरकार
दवारा नए निवेशो को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए गए कदम के बाद इस क्षेत्र में
काफी उत्साह बढ़ा है राज्य में निवेश के 245
प्रस्ताव हुए है जिनमे 57.84 हजार
करोड़ रुपया निवेश प्रस्तावित है
9.बिहार
की जनसंख्या सभी जगह एक समान नहीं है स्पष्ट कीजिए
उतर---- बिहार की जनसंख्या
वितरण सभी जगह समान रूप से नहीं है कहीं जनसंख्या बहुत अधिक है तो कहीं बहुत कम इसका मुख्य कारण यह है कि आर्थिक सामाजिक परिवेश
एवं भौभिक विविधता है जहां भी धरातल समतल जलोढ एवं मैदानी है वहां घनी आबादी है
इसके अलावा में सिंचाई सुविधा कृषि में नई का उपयोग नगरीकरण के कारण अधिक है जैसे
पटना मुजफ्फरपुर एवं भोजपुर जिले में अधिक है बेतिया शिवहर शेखपुर लकखीसराय जिले
में जनसंख्या कम है इसका प्रमुख कारण है कृषि का पिछड़ापन एवं क्षेत्रफल होने के
कारण जनसंख्या का सकेन्द्रण कम है
10. समोच्च रेखा से आप क्या समझते हैं इसकी दो विशेषताएं कौन-कौन सी है
उतर---- धरातल पर समुद्र
तल से सामान ऊंचाई वाले समिस्प बिंदु को
जोड़ने वाली कल्पित रेखा को समोच्च रेखा कहते हैं इसकी दो विशेषताएं इस प्रकार से
है
(क)समोच्च रेखा सदैव जीरो से प्रारंभ होता है इसके माध्य का
अंतर सदैव समान रहता है
(ख)अगर समोच्च रेखा पास पास है तो धरातल पर ढाल तीव्र होगा और अगर समोच्च रेखाए दूर – दूर है तो
धरातल पर ढाल मंद होगा
(क)समोच्च रेखा सदैव जीरो से प्रारंभ होता है इसके माध्य का अंतर सदैव समान रहता है
(ख)अगर समोच्च रेखा पास पास है तो धरातल पर ढाल तीव्र होगा और अगर समोच्च रेखाए दूर – दूर है तो धरातल पर ढाल मंद होगा
11. तल चिन्ह और स्थानीय ऊंचाई क्या है
उतर---- तल चिन्ह द्वारा किसी दीवार और तंबू आदि पर अंकित किसी चिन्ह को समुद्र तल से ऊंचाई प्रदर्शित की जाती है
इसमें ऊंचाई फिट अथवा मीटर किसी एक इकाई
में मानचित्र पर लिखा जाता है
स्थानीय
ऊंचाई मानचित्र में धरातल के किसी स्थान की समुद्र तल से ऊंचाई प्रदर्शित करने
वाले बिंदु को कहते हैं इसमें बिंदुओं के द्वारा मानचित्र में विभिन्न स्थानों की
ऊंचाई संख्या लिख दिया जाता है
स्थानीय ऊंचाई मानचित्र में धरातल के किसी स्थान की समुद्र तल से ऊंचाई प्रदर्शित करने वाले बिंदु को कहते हैं इसमें बिंदुओं के द्वारा मानचित्र में विभिन्न स्थानों की ऊंचाई संख्या लिख दिया जाता है
12. उच्चावच प्रदर्शन की प्रमुख विधियों का उल्लेख कीजिए
उतर---- धरातल पर पाई जाने
वाली उच्च्चवच को प्रदर्शित करने के लिए निम्नलिखित विधियाँ दिया है जो इस प्रकार से है
(क) हैश्युर विधि इस विधि के अंतर्गत मानचित्र में छोटी महीन एवं खंडित रेखाएं खींची जाती है यह रेखाएं ढाल की दिशा में खींची जाती है इसमें ढाल का सही-सही ज्ञान पता होता है
(ख) पर्वतीय छायाकरण इस विधि से प्रदर्शित ऊंचा शुरुआत ऊपर से लिए गए फोटोग्राफ के समान प्रतीत होता है
(ग) स्थानीय ऊंचाई तल चिन्ह की सहायता से किसी स्थान विशेष की मापी गई ऊंचाई को स्थानीय ऊंचाई कहा जाता है
(घ) त्रिकोणमितीय स्टेशन इसका उपयोग त्रिभुज विधि द्वारा सर्वेक्षण करते समय स्टेशन के रूप में हुआ था
(ङ) स्तर रंजन रंगीन मानचित्र में रंगों की विभिन्न अभावो के द्वारा अभ्यारण प्रदर्शन का एक मानक निश्चित किया जाता है
(च) सर्वोच्च रेखाएं सर्वोच्च रेखाएं सर्वोच्च रेखाएं भूतल पर समुद्र तल से एक समान ऊंचाई वाले स्थानों को मिलाकर मानचित्र पर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएं हैं
(छ)तल चिन्ह – इस विधि दवारा पुलों स्तंभ पर समुन्द्र तल से मापी गई उचाई को प्रदर्शित करने वाले चिन्ह को तल चिन्ह कहा जाता है
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- पाठ -1 सता की साझेदारी ⇦
- पाठ -2 संघवाद ⇦
- पाठ -3 लोकतान्त्रिक और विविधता ⇦
- पाठ -4 जाती, धर्म और लैंगिक मसले ⇦
- पाठ -5 जन-संघर्ष और आन्दोलन ⇦