Bihar Board Class 10 Biology हमारे पर्यावरण Subjective Solution | Bihar Board 10th Class Science in Hindi

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Bihar Board Class 10th Science ( Biology ) Solutions Chapter 5 हमारे पर्यावरण

प्रश्न 1. विविधता या भिन्नता किसे कहते है ?
उत्तर – वे परिवर्तन जिनके कारण एक ही जाति के सदस्य आथवा एक ही माता – पिता  के दो सन्तान आपस में एक दुसरे से भिन्न होते है | इसे ही विविधता या भिन्नता कहा जाता है |

प्रश्न 2.  जिन किसे कहते है ?
उत्तर – गुणसूत्र में पायी जाने वाली वे भौतिक इकाइयाँ जो पैतृक लक्षणों के एक पीढ़ी से दुसरे पीढ़ी में ले जाने का कार्य करती है | वही जिन कहलाता है |

प्रश्न 3.  एक कोशिकीय जीव तथा बहुकोशिकीय जीवो में अंतर स्पष्ट करे ?
उत्तर – एक कोशिकीय जिव और बहु कोशिकीय जिव में निम्नलिखित अंतर है जो इस प्रकार से है –

क. एक कोशिकीय जीव :- 1. इस प्रकार के जिव में केवल एक कोशिका होती है | 2. इसमें जनन के लिए अलग से कोई अंग आथवा अंगतंत्र नहीं होता है | 3. इसमें जनन केवल द्रिखंडन या बहु खंडन के द्वारा होता है |

ख. बहु कोशिकीय जिव :- 1. जबकि इसका निर्माण बहुत से कोशिकीओ से होता है | 2. जबकि इसमें जनन के लिए विशेष जनन तंत्र पाए जाते है | 3. जबकि इसमें जनन दोनों विधियों द्वारा होता है | यानी लैंगिक और अलैंगिक

प्रश्न 4.  गुणसूत्र किसे कहते है ?
उत्तर –  वे रचनाएं जो कोशिका विभाजन के समय केन्द्रक में दिखाई देती है | गुणसूत्र कहलाती है | गुणसूत्र की खोज 1875 में स्टार्स वर्गर नामक वैज्ञानिक ने किया था | 

प्रश्न 5.  गुणसूत्र के कार्य को बतावे ?
उत्तर – गुणसूत्र के निम्नलिखित कार्य होते है जो इस प्रकार से है –
क. गुणसूत्र प्रोटीन संश्लेषण को नियंत्रित करते है |
ख. गुणसूत्र माता – पिता  और संतान के बिच एक कड़ी का काम करते है |
ग. गुणसूत्र जीनो की संरचना और व्यवस्था को प्रभावित करते है |
घ. कुछ गुणसूत्र लिंग गुणसूत्र भी कहलाते है | और वे जीवधारियो के लिंग का निर्धारण करते है |

प्रश्न 6.  बाघों की संख्या में कमी आनुवंशिकता के दृष्टिकोण से चिंता का विषय क्यों है ?
उत्तर – बाघों की संख्या में कमी प्राकृतिक चैन के कारण है | उनमे अच्छे किस्म उत्पन्न नहीं हो रहे है | जिसके कारण समष्टि का आकर नहीं बढ़ पाता है | समष्टि पर दुर्घटना का प्रभाव अधिक होने के कारण जिन प्रभावित होता है | और उनके उत्तर जीविता के कारण लाभ नहीं हो पाता है | इन्ही कारणों के बाघों की प्रजातियाँ लुप्त हो रही है |

प्रश्न 7.  खाध पदार्थो का संवहन क्या है ?
उत्तर – पौधो में खाध पदार्थो के ढोल के रूप में एक भाग दुसरे भाग में आवागमन करना ही खाध पदार्थो का संवहन कहलाता है | यह पौधो के लिए अति आवश्यक है | क्योकि संवहन से ही पौधे का सर्वांगीण विकास होता है |

प्रश्न 8.  जीवाश्म विज्ञान किसे कहते है ?
उत्तर – विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत जीवाश्मो का अध्ययन किया जाता है | उसे ही जीवाश्म विज्ञान कहा जाता है | जीवाश्म की आयु ज्ञात करने के लिए निम्न विध्यो का उपयोग किया जाता है |
क. रेडियो कार्बन घड़ी का उपयोग
ख. पोटैशियम आर्गन विधि
ग. रेडियो सक्रिय कार्बन विधि

प्रश्न 9.  लिंग निर्धारण किसे कहते है ? माँ में बच्चे का लिंग निर्धारण कैसे होता है ?
उत्तर – किसी शिशु के जन्म से पूर्व उसके नर आथवा मादा होने की भविष्यवाणी करना ही लिंग निर्धारण कहलाता है | जिस बच्चे के पिता पक्ष की ओर से x गुणसूत्र सम्मिलित होते है | तो वह लडकी होती है | तथा जिस बच्चे में पिता पक्ष की ओर से Y गुणसूत्र सम्मिलित होते है | तो वह लड़का होता है | पिटा में XY और माता में XX गुणसूत्र ही बच्चे का लिंग निर्धारण करता है |

प्रश्न 10. मेंडल का प्रथम नियम क्या कहलाता है ?
उत्तर – मेंडल का प्रथम नियम पृथक करण या गैमेट के शुद्धता का नियम कहा जाता है |

प्रश्न 11. मेंडल नए अपने प्रयोग के लिए बगीचे में किस पौधे का चयन किया और उस पौधा का वैज्ञानिक नाम क्या था ?
उत्तर – मेंडल नए अपने प्रयोग के लिए बगीचे में उगने वाले एक साधारण मटर के पौधे का चयन किया | जिसका वैज्ञानिक नाम विश्म स्टाइबम है |

प्रश्न 12. लिंग क्रोमोसोम किसे कहते है ?
उत्तर – ऐसे गुणसूत्र जो जीवो के निर्धारण में भाग लेते है | उन्हें लिंग क्रोमोसोम कहते है |
जैसे :- मनुष्य में 23 जोड़े क्रोमोसोम में 22 जोड़े एक ही तरह के होते है | जिसे अटोसोम कहते है | लेकिन 23 वाँ जोड़ा कुछ अलग प्रकार का होता है | जो नर में XY और मादा में XX रूप में उपस्थित रहते है |

प्रश्न 13. प्रभावी लक्षण क्या है ?
उत्तर – F1 पीढ़ी के मटर के पौधे में बाहर से दिखाई पड़ने वाले लक्षण को प्रभावी लक्षण कहते है |

प्रश्न 14. जैव विकास के दो प्रमुख सिद्धांत कौन – कौन से है ?
उत्तर – जैव विकास के दो प्रमुख सिद्धांत इस प्रकार से है :-
क. लामार्कवाद
ख. डार्मिनवाद

प्रश्न 15. मानव में लिंग का निर्धारण किस आधार पर होता है ?
उत्तर – आनुवांशिकता के आधार पर

प्रश्न 16. मानव विकास के अध्ययन से हमें क्या पता चलता है ?
उत्तर – मानव विकास के अध्ययन से हमें यह बात का पता चलता है | की सभी मानव एक ही स्पेसिज यानी होमोसेपियेंस के सदस्य है | जिसका सर्वप्रथम उद्भव अफ्रीका में हुआ | और वाही से उनका भिन्न – भिन्न महादेशो में आवागमन हुआ |

प्रश्न 17. क्या कारण है की आकृति आकर रंग रूप में इतना भिन्न दिखाई पड़ने वाले मानव एक ही स्पेसिज के सदस्य है ?
उत्तर – आकृति आकर रंग रूप में इतने भिन्न दिखाई पड़ने वाले मानव में जिन कोष एक समान होने के कारण सभी मानव एक ही स्पेसिज होमोसोपियंस के सदस्य है |

प्रश्न 18. क्या एक तितली और चमगादड़ के पंखो को समजात अंग कहा जा सकता है ?
उत्तर – तितली और चमगादड़ के पंख को समजात अंग नहीं कहा जा सकता है | क्योकि तितली के पंख और चमगादड़ के पंख अग्रपाद के रूपांतरण है | लेकिन तितली के पंख एक समान पंख होता है |

प्रश्न 19. जीनो की समान विशेषताएं क्या होती है ?
उत्तर – जीनो की समना विशेषताएं निम्नलिखित है जो इस प्रकार से है –
क. ये आनुवांशिकता पदार्थो की इकाइयां है | जिसके फलस्वरूप द्रिगुणन की क्षमता होती है |
ख. ये पुन्योजना की इकाइयां है | जिसके कारण क्रांसिग वोअर की क्रिया सम्पन्न होती है |
ग. जिन उतप्रिवार्तित होकर विभिन्ताएं उत्पन्न करती है | उत्प्रिवार्तिती होने के कारण ही जिन में संग्रहित कोशिकाएँ बदल जाती है |

प्रश्न 20. उत्सर्जी पदार्थो से छुटकारा पाने के लिए पादप किन – किन विधियों का उपयोग करता है ?
उत्तर – उत्सर्जी पदार्थो से छुटकारा पाने के लिए पादप निम्न विधियों का उपयोग करता है जो इस प्रकार से है –
क. उत्सर्जी पदार्थो को पत्तियों में जमा करना और पतझड़ के माध्यम से उसे मुक्ति पाना |
ख. लैरेक्स रेनेनिन रेजिन एवं एल्कोलायड का पुराने उत्तको में जमा करना |

प्रश्न 21. अवशेषी अंग क्या है ?
उत्तर – जीवधारियो में पाए जाने वाले ऐसे अंग जो आवश्यकता और उपयोग के अभाव में मात्र अवशेष के रूप में बच जाता है | उसे ही अवशेषी अंग कहा जाता है |

प्रश्न 22. समवृति अंग क्या है ?
उत्तर – भिन्न – भिन्न जीवधारियो के ऐसे अंग जो कार्य में तो समान होते है | लेकिन उनकी उत्पति एक दुसरे से भिन्न होती है | उसे ही स्मवृति कहते है |

प्रश्न 23. प्राकृतिक चुनाव द्वारा प्राणियों के विकास का सिद्धांत किसने दिया था ?
उत्तर – चालर्स रौबर्ट डार्विन नाम अंग्रेजी वैज्ञानिक नए प्राकृतिक चुनाव द्वारा प्राणियों के विकास का सिद्धांत दिया था | जिसको डार्विन वाद का सिद्धांत भी कहा जाता है |

प्रश्न 24. अभिलक्षण किसे कहते है ?
उत्तर – किसी जिव की बाह्रय कृति अथवा व्यवहार का विकरण उस जिव का अभिलक्षण कहलाता है |

प्रश्न 25. उपभोक्ता और उत्पादक में क्या अंतर है ?
उत्तर – उपभोक्ता और उत्पादक में निम्नलिखित अंतर है जो इस प्रकार से है –

क. उत्पादक :- ये वैसे जिव है | जो अपने भोजन का संश्लेषण स्वयं करते है | इन्हें उत्पादक कहते है |

ख. उपभोक्ता :- उपभोक्ता के श्रेणी में वैसे जिव आते है | जो अपने पोषण के लिए पूर्ण रूप से उत्पादों पर निर्भर रहते है |

प्रश्न 26. पर्यावरण किसे कहते है ?
उत्तर – किसी जिव के चारो ओर फैली अजैव और जैव कारको से निर्मित दुनिया जिसमे वह निवास करता है | और वह जिससे प्रभावित होता है | उसे हम पर्यावरण कहते है |

प्रश्न 27. D.D.T का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर – D.D.T का पूरा नाम ड्राईक्लोरो , ड्राईफ्लोरो , ट्राईक्लोरो एथेन है |

प्रश्न 28. जैव आवर्धन किसे कहते है ?
उत्तर – जैव आवर्धन वह क्रिया है | जिसमे अनिम्नकरनीय पदार्थो की मात्रा किसी आहार श्रृंखलाओं में पहले पोशी स्तर से अलग पोशी सत्र में अपने आप बदल जाती है | और मानव शरीर में प्रवृष्ट हो जाती है | उसे ही जैव आवर्धन कहते है | क्योकि यह आहार श्रृंखला का शीर्षस्थ जिव है |

प्रश्न 29. अपघटन किसे कहते है ?
उत्तर – वे जिव जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं के मरे हुए शरीरो का अपघटन करके उससे प्राप्त ऊर्जा के सहारे जीवित रहते है | उसे अपघटन कहते है |
पेड़ पौधे या जिव जन्तुओ के अपशिष्ट पदार्थ को ह्यूमस में परिवर्तित करने वाले सूक्ष्म कारको को अपघटक कहते है |

प्रश्न 30. पारितंत्र क्या है ?
उत्तर – जीवमंडल की वह ईकाई जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के उत्पादक उपभोक्ता और अपघटक पारस्परिक रूप से अजैव घटकों से क्रिया करते हुए गुणात्मक जीवन व्यतीत करते है | पारितंत्र कहलाते है |

प्रश्न 31. आप कचरा निपटाने की समस्या को कम करने में क्या योगदान दे सकते है ?
उत्तर – हम कचरा निपटाने की समस्या को कम करने में अनेक उपाय कर सकते है |

क. हमे हर सम्भव यह कोशिका करनी चाहिए की हमारे आस पास की जो भी नालियां है | उसको पक्की करवा दे |
ख. हमें अपने आस – पास लगे हुए कचरे और कूड़े को एक जगह यानी कूड़ेदान में रखनी चाहिए |
ग. अगर हम सभी व्यक्ति जागरण हो जाए तो कचरा प्रबन्धन पर रोक लगा सकते है | और इसमें सभी लोगो की अहम भूमिका होनी चाहिए |

प्रश्न 32. अपशिष्ट पदार्थ किसे कहते है ?
उत्तर – ऐसे पदार्थ जो मनुष्य उपयोग करके या हानिकारक समझ कर फेंक देता है | और उसका उपयोग पुनः नहीं करता है | उसे ही अपशिष्ट पदार्थ कहा जाता है |

प्रश्न 33. अपशिष्ट जल किसे कहते है ?
उत्तर – स्कुलो होटलों , अस्पातालो , उधोगो या शौचालय में उपयोग करने के बाद जो जल बाहर निकल जाते है | उसे अपशिष्ट जल कहते है |

प्रश्न 34. पराबैगनी विकिर्नो से मनुष्य में कौन सी बिमारी होती है ?
उत्तर – पराबैंगनी विकिर्नो से मनुष्य को त्वचा केंसर मोतियाबिंद जैसे अनेक प्रकार की हानिकारक बीमारियाँ उत्पन्न होती है |

प्रश्न 35. पोषी स्तर क्या है ?
उत्तर – किसी आहार श्रृंखला के विभिन्न चरणों को पोषी स्तर कहते है |

प्रश्न 36. पारितंत्र में अपमार्जको की क्या भूमिका होती है ?
उत्तर – अपमार्जक पारितंत्र के जटिल कार्बनिक पदार्थो को सरल अकार्बनिक पदार्थो में बदल कर मिटटी में भेजने का कार्य करते है | जिससे पौधे उसका उपयोग अपने पोषण के लिए करते है |

प्रश्न 37. किसी पारिस्थितिक तंत्र के विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता के बारे में समझावे ?
उत्तर – किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऐसे जिव जो अपने पोषण के लिए पूर्णरूप से उत्पादकों पर निर्भर रहते है | उपभोक्ता कहलाते है |
ये निम्नलिखित प्रकार के होते है जो इस प्रकार से है –

क. प्राथमिक उपभोक्ता :- ऐसे उपभोक्ता जो पोषण के लिए प्रत्यक्ष रूप से उत्पादक पर निर्भर रहते है | प्राथमिक उपभोक्ता कहलाते है | ऐसे जन्तुओ को शाकाहारी भी कहते है |

ख. द्रितियक उपभोक्ता :- ऐसे उपभोक्ता जो शाकाहरी यानी प्रथामिक उपभोक्ता के ही भोजन के रूप में पोषण के लिए करते है | द्रितियक उपभोक्ता कहलाते है | ऐसे उपभोक्ता मांसाहारी होते है |

ग. तृतीयक उपभोक्ता :- ये उपभोक्ता समान्यतः उच्चतम श्रेणी के उपभोक्ता कहलाते है | जो दुसरे जन्तुओ द्वारा किसी भी प्रकार के पदार्थ को नहीं खाते | यह द्रितियक उपभोक्ता पर अपने पोषण के लिए निर्भर रहते है |

प्रश्न 38. रंध्र या स्ट्रोमेटा किसे कहते है ?
उत्तर – पत्तियों की बाहरी त्वचा या एपीडमिर्ष पर पाए जाने वाले सूक्ष्म छिद्र को रंध्र कहते है |

प्रश्न 39. कार्बन मोनो आक्साइड को विषैला गैस क्यों कहा जाता है ?
उत्तर – रक्त में कार्बन मोनो आक्साइड को हिमोग्लोबिन के साथ संयोजन करने की क्षमता शक्तिशाली होती है | जिसके फ़लस्वरू यह हिमोग्लोबिन के साथ आक्सीजन का संयोजन नहीं होने देती है | जिसके कारण रक्त की आक्सीजन वहाँ क्षमता समाप्त हो जाती है | और शरीर में आक्सीजन के अभाव से उत्तको की मृयु हो जाती है | इसलिए कार्बन मोनो आक्साइड को विषैला गैस कहा जाता है |

प्रश्न 40. गोताखोर कृत्रिम श्वसन हेतु आक्सीजन का सिलेंडर क्यों रखते है ?
उत्तर – गोताखोर यानी मनुष्य एक स्थलीय जंतु है | जिसमे श्वसन अंग फेफड़ा जल में घुले आक्सीजन का उपयोग नहीं कर सकता है | इसी कारण से गोताखोर कृत्रिम श्वसन हेतु आक्सीजन का सिलेंडर रखते है |

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