Bihar Board Class 10th Hindi Solutions वर्णिका Chapter 2 ढहते विश्वास,

 

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Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 2 ढहते विश्वास  Subjective Solution in Hindi,

पाठ – 2
शीर्षक –  ढहते विश्वास  
लेखक –  सातकोड़ी होता 
जन्म –  29 अक्टूबर 1929 में 

प्रश्न 1. लक्ष्मी कौन थी उसकी परिवारिक स्थिति का चरित्र प्रस्तुत कीजिए ?
उत्तर – लक्ष्मी ढहते  विश्वास कहानी के प्रमुख पात्र है, इसके पति का नाम लक्ष्मण है, यह कलकत्ते में नौकरी करते थे, इनकी नौकरी से घर का भरण-पोषण पूर्ण रूप से नहीं होता है, जिसके कारण लक्ष्मी एक तहसील दार के घर छोटे-मोटे काम कर के घर का भरण पोषण करती है, तथा पूर्वजो द्वारा एक कठा खेत छोड़ जाने के कारण वह अपने खेत में भी काम करती है, और अपने घर का भरन पोषण करती है, तेज बर्षा होने के कारण उसको यह चिंता सताती रहती है, की कही गावं में बाढ़ ना आ जाए |

प्रश्न 2. कहानी के आधार पर प्रमाणित करे की उड़ीसा का जनजीवन बाढ़ और सूखा से काफी प्रवाहित रहा है ?
उत्तर – उड़ीसा का भौगोलिक स्थिति ऐसा है, कि वहां पर आए दिन  बाढ़ और सूखा होता है, प्रकृति की विपताए उड़ीसा के लिए होता है, उड़ीसा में बहुत सारी नदियां है, जिसमें एक देवी नदी पर एक भले ही बांध बांधा हुआ है, जब पूरा गांव बाढ़ की चपेट में आ जाता है, लोग ऊंचे स्थानों पर अपना आश्रय लेते हैं, वहां लोग जीवन मौत से जूझने लगते हैं, फिर भी लोगों में अपनी मातृभूमि से बहुत प्रेम रहता है, जिसके कारण वह उसे छोड़ना नहीं चाहते, उस क्षेत्र के लोग बाढ़ और सुधार से परिचित हो गए हैं, धीरे-धीरे बाढ समाप्त हो जाती है, किंतु उसकी त्रासदी का दशाह उनके आज भी सहनी पड़ती है |

प्रश्न 3. कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार करें ?                                
उत्तर – इस कहानी का शीर्षक कहानी के मुख्य चरित्र से जुड़ा हुआ है, पूरी कहानी में लक्ष्मी के व्यक्तित्व की वर्णन किया गया है, मेहनत करने वाली लक्ष्मी पति से दूर रहकर भी अपना भरण पोषण कर लेती है, देवी नदी के किनारे उसका घर होता है, लेकिन अति वर्षा के कारण उसके गांव में पानी प्रवेश कर जाता है, और आत्मविश्वास में लक्ष्मी ऐसी परिस्थिति के सामना करती है, इस कहानी का शीर्षक सार्थक सहि है, थोड़ी देर के लिए लक्ष्मी का विश्वास ढहता महसूस होता है, क्योंकि ऐसी परिस्थिति को समझने के लिए उसके पति भी उस समय नहीं थे, जिसके कारण लक्ष्मी का विश्वास डगमगा जाता है, इसी कारण से लेखक ने इस कहानी का शीर्षक ढहते विश्वास रखा है,

प्रश्न 4. लक्ष्मी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालें ?
उत्तर – लक्ष्मी प्रस्तुत कहानी की प्रधान नायिका है, यह एक नारी का जो रूप होना चाहिए, वह लक्ष्मी में झलकता है, जीवन रूपी पथ को एक चक्र होने वाली पत्नी का सही रूप लक्ष्मी धारण करती है, पत्नी पति के बाहर जाने पर भी वो अपने घर के पूरे काम को संभाल लेती है, गांव में आई आपदा के कारण लक्ष्मी का विश्वास थोड़े समय के लिए डगमगाने लगता है, परंतु यह तो विधि का विधान है, इसे कौन टाल सकता है, अचानक गांव में बाढ़ का पानी आ जाता है , और सब कुछ तबाह कर देता है,, परंतु लक्ष्मी एक सही नारी का रूप धारण करके अपने बाल बच्चे के साथ ऊंचा स्थान की ओर दौड़ती है,, किंतु पैर में ठेस लगने के वजह से वह रुक जाती है, तथा अपनी दोनों बेटियों को आगे जाने का आदेश देती है,, तब तक बाढ़ का सैलाब इसके करीब आ जाता है,, लक्ष्मी बरगद के पेड़ के सहारा लेना चाहती है,, और उसी में उसका छोटा बेटा बाढ़ के सैलाब में बह जाता है, इतना कुछ होने के बावजूद भी लक्ष्मी एक अन्य छोटे से बालक को दूध पिलाती है,, जिससे उसके अंदर एक सही मातृत्व का प्रेम उमड़ता है |            

प्रश्न 5. बिहार का जनजीवन भी बाढ़ और सूखा से प्रभावित होता रहा है,, इस संबंध में आप क्या सोचते हैं,, लिखे ?
उत्तर – बिहार की भौगोलिक स्थिति यहां बाढ़ और सुखाड़ दोनों होता है, उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार की कुछ ऐसी नदिया है,, जो हमेशा बरसात में उफान रूप ले लेती है,, यह नदियां हिमालय पर्वत से निकलती है,, और बिहार के मैदानी भागों को तबाह कर देती है,, जिससे फसल और जान-माल की काफी छती होती है,, बाढ़ और सूखा भी हम बिहार वासियों के लिए क्या आम बात हो गया है,, कुछ राजनेता इन के दुख दर्द को बांटने की बजाय राजनीति खेल शुरू कर लेते हैं,, परंतु बिहार की अभिशाप है,, कि इस पर कोई कड़ा फैसला नहीं हो पाता है |     

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