Bihar Board 10th Class Hindi स्वदेशी Subjective

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Bihar Board Class 10 Hindi Solutions काव्य खंड Chapter 4 स्वदेशी In Hindi

पाठ – 4
लेखक – बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन
शीर्षक – स्वदेशी
जन्म – 1855 उत्तर प्रदेश
मृत्यु – 1922

प्रश्न 1. कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर – प्रस्तुत कविता मे कवि प्रेमघन जी अपने देश के प्रति प्रेम की भावाना या स्वदेश प्रेम तथा स्वदेशी वस्तुओ का उपयोग और रहन – शान अपनाने का विचार दिए है | और अपने देश की गरिमा को ऊँचा बढाने का कवि नए संदेश दिया है |

प्रश्न 2. कवि को भारत में भारतवासी क्यों नहीं दिखाई पडती ?
उत्तर – प्रस्तुत कविता में कवि नए भारत वासियों में विदेशी रहन – शान तथा आचरण स्वदेशी वस्तुओ का त्याग करना आदि को व्यक्त किया है | अपने ही देश में चारो तरफ विदेशी वस्तुएँ ही दिखाई पड़ रही है | चारो तरफ विदेशी गौरव गाथा की ज्ञान हो रही है | इसलिए कवि को भारत में भारतीयता दिखाई नहीं पड़ रही है |

प्रश्न 3. कवि समाज के किस वर्ग की आलोचना करता है ? और क्यों
उत्तर – कवि समाज के उस वर्ग की आलोचना करता है | जो समाजवादी तथा सामंतवादी विचार के है | साथ ही वैसे लोग जो अपनी संस्कृति भाषा व्यवहार आदि को विदेशी चमक – दमक के आगे त्याग दिए है |

प्रश्न 4. कवि नगर बाजार और अर्थव्यवस्था पर क्या टिप्पणी करता है ?
उत्तर – नगर बाजार के संबंध में कवि का कहना है | की अंग्रेजी शासन काल के कारण भारतीय उधोग नष्ट हो गए | तथा स्वदेशी निर्मित वस्तुओ का उपयोग बंद हो गया | क्योकि मशीन निर्मित वस्तुओ के अपेक्षा हस्त निर्मित वस्तुएँ महँगी होती है | फलतः बाजार गाँव नगर में विदेशी वस्तुएँ बिकती हुई नजर आती है | और हमारे अपने देश के लोग अपने उपभोग के लिए उन वस्तुओ को खरीदने में मोती रकम अदा करते है | और अपने देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर बनाते जा रहे है |

प्रश्न 5. नेताओं के बारे में कवि का क्या राय है ?
उत्तर – नेताओं के बारे में कवि का कहना है | की नेता विलासी है | विलासिता में जीवन व्यतीत करने के कारण शरीर इतना भारी हो गया है | की वे अपनी धोती तक संभालना कठिन कर दिए है | वह गरीबी का शोषण करते है | उनमे ना ही देश प्रेम की भावना है | और ना ही त्याग की भावना वे स्वार्थी बिलासी तथा अंग्रेजो का पोषक है |

प्रश्न 6. कवि नए डफाली किसे कहा है ? और क्यों
उत्तर – कवि नए डफाली उन्हें कहा है | जो फिरंगीओ का विरोध करने के बजाय समर्थन करते है | वैसे लोग जिनका स्वाभिमान मर चूका है | या देश प्रेम की भावना भूल चुके है | वैसे लोगो को कवि नए डफाली कहा है |

प्रश्न 7. व्याख्या करे ?

क. मनोज भर्ती देखि कोई शक्त नाही पहिचान ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी पाठ के स्वदेशी शीर्षक से लिया गया है | लेखक बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन जी है | वह इस पंक्ति के माध्यम से यह बताना चाहते है | की जो भारतीयों की पहली पहचान थी | तथा रहन सहन था | वह सब पराधीन के कारण नष्ट हो गया है | आज भारत में हिन्दू – मुस्लिम – इसाई की पहचान नष्ट हो गया ई | लोग अपने आदर्श चरित्र कथा मानवातावादी विचार को त्याग करके अपनी पहचान खो दिए है |

ख. अंग्रेजी रूचि गृह सकल वस्तु देश विपरीत ?
उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति हमारी पाठ्य पुस्तक हिंदी पाठ के स्वदेशी शीर्षक से लिया गया है | लेखक बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन जी है | वह इस पंक्ति के माध्यम से यह बताना चाहते है | की लोग अपनी महान शक्ति को छोड़कर विदेशी घर तथा वस्तु अपना लिए है | कवि को इस बात का दुःख होता है | की जिस देश का ज्ञान गरिमा तथा संस्कृति के महानता का गुण – गान वेदों नए किया है | उस देश के लोग अपनी संस्कृति को भुलाकर विदेशी संस्कृति को अपना लिए है |

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